2 सितम्बर 2017
अंजान कोल ताजा बर्फ में डूबा है । सूरज ने निकलते ही आधी परेशानी हल कर दी । अपनी जान हथेली पर रखकर सुरक्षित बेस कैंप पहुंचने का सपना है । टी-शर्ट से दोनों को बांधकर लांधने लगे गहरी और छिपी क्रेवासों को । कोई तो था जो हमें बचाना चाहता था, हर पल यह एहसास बढ़ता ही जा रहा था । यात्रा दो लोगों की जो पार्वती ग्लेशियर पर फंसे और सकुशल नीचे उतरने में भी कामयाब रहे । शरीर को सुरक्षित देखना त्यौहार से कम नहीं है ।
अंजान कोल ताजा बर्फ में डूबा है । सूरज ने निकलते ही आधी परेशानी हल कर दी । अपनी जान हथेली पर रखकर सुरक्षित बेस कैंप पहुंचने का सपना है । टी-शर्ट से दोनों को बांधकर लांधने लगे गहरी और छिपी क्रेवासों को । कोई तो था जो हमें बचाना चाहता था, हर पल यह एहसास बढ़ता ही जा रहा था । यात्रा दो लोगों की जो पार्वती ग्लेशियर पर फंसे और सकुशल नीचे उतरने में भी कामयाब रहे । शरीर को सुरक्षित देखना त्यौहार से कम नहीं है ।